महाराष्ट्र के पालघर जिले में 2 साधु समेत 1 ड्राइवर की भीड़ द्वारा पिट पीटकर हत्या।

घटना 16 अप्रैल की है जब 'श्री पंच दशनम जूना अखाड़ा’ से जुड़े 2 साधु शुशील गिरी महाराज (35), कल्पव्रूश गिरी (70) उनका ड्राइवर नीलेश तल्गाड़े महाराष्ट्र के कांदिवली से गुजरात के सूरत जा रहे थे अपनी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए। तभी रास्ते मे ही पालघर जिले के गड़चिनचले गांव के लोगों द्वारा भीड़ बनाकर कर 2 साधु समेत 1 ड्राइवर की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी.


पूरा मामला - 16 अप्रैल के दिन सुशील गिरी महाराज, कल्पव्रूश गिरी अपने ड्राइवर समेत फोर्ड इकोस्पोर्ट से महाराष्ट्र के कांदिवली से गुजरात के सूरत जा रहे थे अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए। लेकिन लॉकडाउन के कारण पुलिस ने उन्हें हाईवे से होकर जाने से मना कर दिया। तब इन्होंने अपनी गाड़ी ग्रामीण सड़क की तरफ मोड़ ली, करीब 120 KM का सफर तय कर ये पालघर जिले के गड़चिनचले गांव में पहुंचे। गांव में पहले से अफवाह फैली हुई थी कि थी कि लॉकडाउन फायदा उठाकर कुछ गुंडे बदमाश घूम रहे हैं जो लोगों की चोरी कर उनका किडनी निकाल कर ले जा रहे हैं। ऐसे में गांव वाले टोली बनाकर घूम रहे थे जिससे वो गुंडे, बदमाशों को गावँ में आने से रोक सके। चोर समझ रात करीब 10 बजे गांव वालों की भीड़ ने जिनके हाथों में लाठी, डंडे, ईंट पत्थर, कुल्हाड़ी थे से गाड़ी पर हमला कर दिया, साधु समेत ड्राइवर को गाड़ी से बाहर निकाल कर बुरी तरह उन्हें मारा पीटा गया। मौके पर उपस्थित वन विभाग के गार्ड ने हमले की सूचना 35 किलोमीटर दूर स्थित कांसा पुलिस थाने को दी। मौके पर 4 पुलिसकर्मी पहुंचे, पुलिस के पहुंचने पर भी गांव वाले तीनों को मारते रहे। जब पुलिसकर्मी 3 घायलों को जीप में भर ले जाने लगी तब गांव वालों ने फिर उन्हें जीप से निकल कर मारना शुरू कर दिया और पुलिस पर भी हमले किये गए, जान बचते हुए पुलिस वहां से भाग खड़े हुए। बाद में और भी पुलिसकर्मी घटने पर आए और स्थिति को काबू में करने के लिए उन्हें 2 राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी। जब तीनों को अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कार्यवाही- पालघर केे जिला अधिकारी कैलाश शिंदे ने बताया कि इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस थाने लाया गया है पूछताछ जारी है। इसमें 9 आरोपी किशोर हैं। पालघर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि वयस्क आरोपियों को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और किशोर बच्चों को एक निगरानी गृह भेज दिया गया है. अधिकतर गिरफ्तार आरोपी पालघर जिले के गड़चिनचले गांव से हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पूरे मामले की जांच IG लेवल पर की जा रही है साथ ही साथ उन्होंने इस मामले के द्वारा समाज मे धार्मिक विवाद पैदा करने वालों के खिलाफ पुलिस और महाराष्ट्र साइबर पुलिस को कठोर कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।
इस के साथ ही उन्होंने ट्वीट के जरिये बताया कि 'हमला करने वाले और जिनकी इस हमले में जान गई- दोनों अलग धर्मीय नही हैं।'

इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी।
वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने रविवार को घटना की कडे शब्दों में निंदा की और चेतावनी दी कि अगर हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं की गयी तो महाराष्ट्र सरकार के विरूद्ध आंदोलन किया जाएगा। महंत गिरी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद अखाडा परिषद हरिद्वार में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएगी।

Note:- सभी जानकारी आज तक, न्यूज़18, द वायर, से ली गयी है।

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